5.2.2. Eat

काटल चबावलरोटि काटके,चबाके खाए के चाहि5.2.2.1काटना, चबाना
खाए के अनदाजखाए के आदमी के अनदाज होला5.2.2.4खाने का अंदाज़
खाएक1खाएक पकावल के खाएके छाहि5.2.2खाना2खाएक पका5.2.2.2भोजन
खाएके बरतनसाफ बरतन मे खाएके चाहि5.2.2.8खाने के बरतन
दावतदोसरा के घरे खाए के नेवता5.2.2.3दावत
पीयलपानी पीयल देह खातिर ठीक ह5.2.2.7पीना
भुख पिआस लागलभुख पिआस सब आदमी के लागेला5.2.2.5भूख, प्यास लगना
भुखे रहलदेह खातिर एक दिन भुखे रहे के चाहि5.2.2.9उपवास, नहीं खाना
मन भरइछा भर पानी पिये के चाहि5.2.2.6तृप्‍त, भरा हुआ