परिचय

भारत पाकिस्‍तान अर नेपाल मांय रेवण वाळा लगोलग 16 लाख मिनख मारवाड़ी भाषा बोले। इण  शब्‍दकोष रो काम चल रियो है अर ब़ेगो ई पुरो व्‍हे जावेला। नेरा-नेरा तरीका ऊं  शब्‍दा रो संग्रह करिजे। शब्‍दा रो संग्रह करण वास्‍ते म्‍हें सवालों री लिस्‍ट काम मांय लेवा।म्‍हें मारवाड़ी मांय शब्‍द री खोज-बीन करा अर उणरी व्‍याकरण ने स़मजण री कोशिश करा। किणी शब्‍द री कमी पेशी अर कीं दूजी जाणकारी देखण वास्‍ते म्‍हें मारवाड़ी री जेड़ी दूजी भाषा रा शब्‍द कोष ई काम मांय लेवा। हाल तांई ईण शब्‍दकोष रो घणौ काम बाकी है, पण संकलनकर्ता इण चालू काम ने प्रकासित करणो तै करियो क्‍यू के हाल इणरो काम घणौ बाकी है। म्‍होरी कोसिस है के इणने ब़ेगा ऊ ब़ेगो अर घणी बार प्रकासित करा।

जोनाथन डेली, सम्‍पादक (संकलनकर्ता रे वास्‍ते)